Saturday, 6 April 2019

झाला मन्ना पेनोरमा

विश्व प्रसिद्ध हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की रक्षा करने वाले झाला बीदा जो कि झाला मानसिंह के नाम से प्रसिद्ध हैं।
झाला मानसिंह की याद में राजस्थान की तत्कालिक मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया द्वारा बड़ी सादड़ी के लिए झाला  मन्ना पेनोरमा की सौगात दी गई हैं।
बड़ी सादड़ी में झाला मन्ना का पेनोरमा बड़ी सादड़ी बस स्टेंड से लगभग आधा किलोमीटर दूर झाला मंगरी पर निमार्णाधीन हैं। झाला मंगरी राणा प्रताप के साथ युद्ध में अपनी वीरता दिखाने वाले गाड़ियां लौहार  नामक जाति का निवास स्थल हैं। ये वहीं गाडियां लौहार हैं। जो महाराणा प्रताप के  मेवाड़ क्षैत्र को पुनः नहीं जीत जाने तक चित्तौड़गढ़ में प्रवेश नहीं करने एंव एक स्थान पर नहीं ठहरकर घुमक्कड़ जीवन व्यतीत करने एंव शाम के बाद घर में दिया नहीं जलाने के लिए जानी जाती हैं। ये जाति स्वंय को महाराणा प्रताप के वीर सैनिक मानते हैं ‌। ये कद काठी में काफी सुडौल होते हैं। हालांकि आजकल सरकारी प्रयासों से इनके जीवन में बहुत परिवर्तन आया है।

  • इसी झाला मंगरी के ठीक पास में झाला मन्ना का पेनोरमा का काम प्रगति पर है। यह पेनोरमा झाला मानसिंह के बलिदान को जनता के दिलों में जीवंत करने का  काम करेगा। लोग झाला मानसिंह के इतिहास में  दिए गए योगदान को याद कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर सकेंगे।
  • इस पेनोरमा में झाला मानसिंह से जुड़ी यादें  प्रदर्शित की जाएगी।
  •  बाहर की ओर स्वंय झाला मानसिंह की मूर्ति स्थापित की जा चूका है। जो अपने आप में अनोखा दृश्य उपस्थित कर रही हैं।
  • इसके पास ही उद्यान का विकास किया जाएगा। जिससे इसकी सुन्दरता को बढ़ा सकें। 

No comments:

Post a Comment

किसानों के लिए निराशा का कारण बनती बड़ी सादड़ी धान मंडी

बड़ी सादड़ी धान मंडी कहने में तो किसानों के क्रय विक्रय का सहकारी केन्द्र है। लेकिन यदि आप इस मंडी का एक बार भ्रमण करलेगें। तो निश्चित रूप...