Wednesday, 10 April 2019

वृक्ष क्यों है।आवश्यक

 प्रचीन भारतीय ग्रंथों में वृक्षों को देवता का स्थान प्राप्त था। आज भी भारत के प्रत्येक घर का एक वृक्ष देवता होता हैं। जिसकी लकड़ी काटना व जलाना वर्जित होता हैं।वृक्ष  का सामान्य अर्थ पौधे से लिए जाता हैं। वृक्षों का मानव जीवन में विशेष महत्व हैं। बिना वृक्षों के मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती हैं।
 विश्व में बढ़ती आबादी एंव बढ़ते औद्योगिक  क्षेत्रों की वजह से वन व वन्यजीव के अस्तित्व  को बनाए रखना अत्यंत कठीन होता जा रहा है।
विश्व के विभिन्न देशों में सरकारों द्वारा किए गए प्रयास ना काफी साबित हो रहें हैं।
विचारणीय तथ्य यह है।कि एक और सम्पूर्ण विश्व मेंं पेडों को बचाने की दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रयास किए जारहे हैं।
दुसरी और लोग अज्ञानतावश आज भी आदिवासी समाज द्वारा अपनी अंधी परपंरा की आड़ में जंगलों में आग लगा दी जाती हैं। जिससे अनेक वृक्ष व वन्यजीव इस आग का शिकार बनतें हैं।

  • वृक्षों से हमें शुद्ध प्राणवायु प्राप्त होती हैं।   जो हमारे जीवन का आधार मानी जाती हैं।
  • वृक्ष पृथ्वी की रक्षा कवच का कार्य करते हैं। ये हमें शीतलता प्रदान करते हैं।
  • वृक्ष धरती पर वर्षा करवाने में सहायक होते है। जो मानव जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक माना गया है।
  • वृक्ष वन्य जीवों को संरक्षण प्रदान करते हैं।  एंव वन्य जीवों को प्राकृतिक आवास उपलब्ध करातें हैं। 
  • वृक्ष कार्बन डाइऑक्साइड को सोखने का कार्य करते हैं। जिससे धरती पर वैश्विक तापन में कमी आतीहै।
  • वृक्ष से धरती की सुंदरता बनी रहती हैं। धरती को प्राकृतिक सुंदरता प्रदान करती हैं 
  •       धरती का सौंदर्य वृक्ष हैं।
  •       धरती का गुणगान वृक्ष हैं।
  •        धरती है। बिना वृक्षों के बांझ समान
  •         बचाइए पेड़ और बनाइए धरती को सुंदरवान
  •  जिस प्रकार भारतीय संस्कृति में पेड़ अपना विशेष महत्व रखते हैं। ठीक उसी प्रकार सम्पूर्ण विश्व को बचाने के लिए वृक्षों को बचाना अत्यंत आवश्यक हैं। 

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